श्री गणेश चालीसा SHRI GANESH CHALISA

दोहा – जय गणपति सदगुण सदन,कविवर बदन कृपाल ।विघ्न हरण मंगल करण,जय जय गिरिजालाल ॥ चौपाई – जय जय जय गणपति गणराजू ।मंगल भरण करण शुभः काजू ॥ जै गजबदन सदन सुखदाता ।विश्व विनायका बुद्धि विधाता ॥ वक्र तुण्ड शुची शुण्ड सुहावना ।तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन ॥ राजत मणि मुक्तन उर माला ।स्वर्ण मुकुट … Read more

हनुमान चालीसा Hanuman Chalisa in Hindi

हनुमान चालीसा के रचइता (लेखक) गोस्वामी तुलसी दास जी हैं। इसकी रचना मूलतः अवधी भाषा में की गयी है। अवधी मध्य उत्तर प्रदेश में बोली जाने वाली भाषा है। दोहा–श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिकै, सुमिरौं पवन कुमार |बल बुधि विद्या देहु … Read more